
गौलापार विवादित भूमि प्रकरण — FIR के बाद पीड़ितों ने IG से की मुलाकात
हल्द्वानी : हल्द्वानी के गौलापार क्षेत्र में जमीन से जुड़े विवादित मामले में पुलिस द्वारा FIR दर्ज किए जाने के बाद अब पीड़ित पक्ष सामने आया है। पीड़ितों ने आईजी कुमाऊं रिद्धिम अग्रवाल से मुलाकात कर अपनी बात रखी और आरोप लगाया कि इस प्रकरण में उनकी बेवजह मानहानि की गई है।
गौलापार देवला तल्ला पजाया क्षेत्र की विवादित भूमि प्रकरण में पुलिस ने लैंड फ्रॉड कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर सात खरीदारों के खिलाफ धोखाधड़ी की FIR दर्ज की थी। इनमें जिला पंचायत अध्यक्ष दीपा दरमवाल और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हरीश कुंजवाल के पुत्र हरेंद्र सिंह कुंजवाल भी शामिल हैं।
वही इस पूरे मामले को लेकर इन खरीदारों के वकील बे बताया कि पीड़ित पक्ष ने साल 2016 में करीब चार करोड़ रुपये में यह जमीन सरकारी दस्तावेजों की जांच के बाद खरीदी थी। जमीन बेचने वाले रविकांत फुलारा ने बाद में स्वीकार किया कि उसने पूरी रकम असली मालिक अरविंद सिंह मेहरा को दी थी। तहसीलदार की रिपोर्ट में भी यही बात सामने आई कि असली लैंड फ्रॉड अरविंद मेहरा ने किया है।
पीड़ितों का आरोप है कि मामला कोर्ट में विचाराधीन होने के बावजूद पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई करते हुए उनके खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि काठगोदाम थाना प्रभारी विमल मिश्रा और गौलापार निवासी रवि शंकर जोशी ने मिलकर यह “षड्यंत्र” रचा और उनकी मानहानि की।
इस मामले में पीड़ितों ने आईजी कुमाऊं रिद्धिम अग्रवाल से मुलाकात कर थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष दीपा दरमवाल की ओर से अधिवक्ता पंकज कुलौरा ने बताया कि मामला इस समय कोर्ट में विचाराधीन है।
वही इस पर एसपी सिटी प्रकाश चंद का कहना है कि लैंड फ्रॉड कमेटी की संस्तुति के आधार पर FIR दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि पीड़ित पक्ष की बात सुनी गई है, और विवेचना के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
