फोटो: बीडीसी की बैठक में उपस्थित ग्रामीण जन प्रतिनिधि, मंचासीन जिलाधिकारी एवं दर्जा राज्य मंत्री।
चम्पावत। मॉडल जिले में प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के बीच की दूरी अब तेजी से कम होती नजर आ रही है। गांव की सरकार, गांव की ओर की सोच को साकार करते हुए जिलाधिकारी मनीष कुमार एवं ब्लॉक प्रमुख अंचला बोहरा की पहल पर अब बीडीसी बैठकों का आयोजन ब्लॉक मुख्यालयों के बजाय सीधे गांवों में किया जा रहा है। इस अभिनव पहल की शुरुआत सिप्टी गांव से हुई, जहां ब्लॉक प्रमुख अंचला बोहरा की अध्यक्षता एवं बीडीओ अशोक अधिकारी के संचालन में बीडीसी बैठक आयोजित की गई।

बैठक को पूरी तरह लघु विधानसभा का रूप और स्वरूप दिया गया था, जिसमें 159 सदस्यों ने भाग लिया। इनमें 103 ग्राम प्रधान, 40 क्षेत्र पंचायत सदस्य तथा आधा दर्जन जिला पंचायत सदस्य शामिल रहे। उल्लेखनीय यह रहा कि अधिकांश जनप्रतिनिधि पहली बार निर्वाचित हुए थे, इसके बावजूद सभी में अपने-अपने क्षेत्रों की समस्याओं को लेकर जागरूकता और संवेदनशीलता स्पष्ट दिखाई दी। सदन की कार्यवाही के दौरान भाषा की मर्यादा, अनुशासन और शालीन व्यवहार ने बैठक को गरिमामय बनाया।
बैठक में ग्रामीण जनप्रतिनिधियों ने सड़क, पेयजल, शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं, विद्युत, नलकूप, सिंचाई, सौर ऊर्जा समेत विभिन्न विभागों से जुड़ी समस्याएं प्रमुखता से उठाईं। जंगल से सटे गांवों के प्रतिनिधियों ने जंगली जानवरों के बढ़ते आतंक का मुद्दा उठाते हुए सोलर स्ट्रीट लाइट और सुरक्षा व्यवस्था की मांग रखी।
जिलाधिकारी मनीष कुमार ने सदन में रखी गई समस्याओं पर गंभीरता दिखाते हुए तात्कालिक समाधान एवं समयसीमा निर्धारित करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने ब्लॉक प्रमुख की इस पहल की सराहना की थी।
उन्होंने गांवों में अब खड़ंजा या सीसी मार्गों के निर्माण पर रोक लगाते हुए उनकी जगह इंटरलॉकिंग टाइल्स से पैदल मार्ग विकसित करने को कहा। इसके साथ ही जिन गांवों में भूमि उपलब्ध है, वहां खेल मैदान विकसित करने के सुझाव पर भी सकारात्मक रुख अपनाया गया। डीएसओ प्रियंका ने जानकारी दी कि इस माह के अंत तक चावल की आपूर्ति पुनः शुरू कर दी जाएगी, जिससे राशन व्यवस्था में आ रही दिक्कतों से ग्रामीणों को राहत मिलेगी। ब्लॉक प्रमुख अंचला बोहरा ने सभी जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों का स्वागत एवं आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जनपद को आदर्श बनाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं और उसी सोच के तहत चंपावत ब्लॉक को भी मॉडल ब्लॉक के रूप में हमने विकसित करने का प्रयास किया है। उन्होंने जिलाधिकारी की “क्विक एक्शन” कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि समस्याओं के त्वरित समाधान से आमजन को बड़ी राहत मिल रही है। उनका मानना था कि यदि ऐसे ही सक्रिय और संवेदनशील जिलाधिकारी हर जिले को मिलें, तो राज्य के गांवों की तस्वीर और लोगों की तकदीर दोनों बदल सकती हैं। बैठक में दर्जा राज्य मंत्री श्याम नारायण पांडेय, जिला पंचायत अध्यक्ष आनंद अधिकारी, एसडीएम अनुराग आर्य, एपीडी विम्मी जोशी, बीडीओ अशोक अधिकारी, जेष्ठ ब्लॉक प्रमुख भुवन पांडेय, कनिष्ठ प्रमुख मनोज जोशी सहित अनेक अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
