जनसमस्याओं का महाकुंभ बना जिलाधिकारी का जनमिलन कार्यक्रम,रिकॉर्ड 151 फरियादी पहुँचे, मीटिंग हॉल छोटा पड़ा मौके पर समाधान से लौटा हर चेहरा संतुष्ट

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फोटो – जनमिलन कार्यक्रम में आए फरियादी।

चंपावत। जिलाधिकारी मनीष कुमार द्वारा प्रत्येक सोमवार को आयोजित जनमिलन कार्यक्रम आज जनविश्वास का सबसे मजबूत मंच बनकर सामने आया। जनसमस्याओं के त्वरित, पारदर्शी और संवेदनशील समाधान के चलते आज जनमिलन में फरियादियों की रिकॉर्ड भीड़ उमड़ी। हालात ऐसे रहे कि मीटिंग हॉल छोटा पड़ गया और कई लोगों को बाहर बैठकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ा। आज कुल 151 लोगों ने अपनी शिकायतें दर्ज कराईं, जो अब तक का एक रिकॉर्ड है। जिलाधिकारी मनीष कुमार की कार्यशैली की सबसे बड़ी विशेषता यह रही कि वे हर फरियादी की बात उसकी भाषा में, पूरी तसल्ली से सुनते हैं और समाधान होने तक स्वयं निगरानी रखते हैं। यही कारण है कि लोग संतुष्ट होकर अपने घरों को लौटे।

गरीबों के लिए संवेदनशील, अफसरों के लिए सख्त डीएम

जनमिलन में स्पष्ट दिखा कि जिलाधिकारी की “क्विक एक्शन” कार्यसंस्कृति में टालमटोल, गुमराह करने या बहानेबाज़ी की कोई जगह नहीं है। छोटे-छोटे कार्यों के लिए आए लोगों को “कल कर देंगे” कहे जाने पर डीएम ने सख्त लहजे में कहा “इनका काम आज क्यों नहीं हो सकता? गरीब लोग बार-बार दफ्तरों के चक्कर नहीं काट सकते।”

नगर पालिका लोहाघाट में अस्थायी लेखाकार पद से हटाई गई उच्च शिक्षित युवती रुचि वर्मा को पुनः रोजगार से जोड़ने के लिए सभी विभागों को निर्देश दिए गए। खनन न्यास से स्कूली बच्चों के परिवहन में लगे वाहनों का भुगतान आज ही करने के आदेश दिए गए। प्रभावित लोगों को यदि समय पर मुआवजा नहीं मिलता है तो विभाग को ब्याज सहित भुगतान करने की सख्त हिदायत दी गई।

टनकपुर में बैठकर जनमिलन में अनुपस्थित रहने पर जिला श्रम अधिकारी पर नाराजगी जताते हुए उनका वेतन रोकने, प्रशासनिक कार्रवाई करने और उन्हें आपदा व नगर क्षेत्र की ड्यूटी से जोड़ने के निर्देश दिए गए। डीएम ने अधिकारियों को स्पष्ट किया कि जनमिलन में तय समय-सीमा की जानकारी लाभार्थियों को दी जाए। स्वयं जिलाधिकारी फोन कर यह भी पूछते हैं कि शिकायत का समाधान हुआ या नहीं।

दिव्यांग, ग्रामीण और किसानों के लिए बड़ी पहल

हर दिव्यांग को सम्मानजनक जीवन यापन के अवसर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।

ग्रामीण क्षेत्रों के श्मशान घाटों में लकड़ी के टाल, टीन शेड और मार्ग सुधार के प्रस्ताव सभी बीडीओ को सौंपे गए।

कोटा रोल मेल गांव के पुष्प उत्पादक श्री भट्ट सहित ग्रामीणों के चेहरे तब खिल उठे जब गांव में लघु सिंचाई योजना को प्राथमिकता पर स्वीकृति देने के निर्देश दिए गए। इस अवसर पर सीडीओ डॉ जीएस खाती, सीएमओ डॉ देवेश चौहान, एसडीएम अनुराग आर्या, एपीडी बिम्मी जोशी, डीडीओ डीएस दिगारी सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे यह जन मिलन कार्यक्रम सात घंटे तक चला।

 

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अब नेताओं के यहां नहीं, सीधे डीएम के पास जा रहे हैं लोग।

 

चम्पावत। जिलाधिकारी के जनता दरबार पर जनता का विश्वास इस कदर बढ़ गया है कि लोग अब नेताओं के बजाय सीधे डीएम से मिलकर अपनी समस्याएं रख रहे हैं।

आज भंडार बोरा गांव से आई पार्वती आमा, जो लंबे समय से फिंगरप्रिंट न मिलने के कारण आधार कार्ड से वंचित थीं, उनका आधार बनते ही उनके चेहरे पर राहत साफ झलक गई। ऐसे ही अनेक लोग आशीर्वाद देते हुए संतुष्ट मन से अपने घर लौटे।

जनमिलन नहीं, जनविश्वास की मिसाल बन चुका है यह मंच।

 

फोटो – जनमिलन कार्यक्रम में आए फरियादी

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