मुख्यमंत्री के निर्देश पर पहली बार शुरू हुई मासिक रैंकिंग व्यवस्था, चम्पावत को मिले 96 अंक, जिलाधिकारी “क्विक एक्सन” की कार्य संस्कृति ने चम्पावत जिले को उत्तराखंड में दिलाया प्रथम स्थान

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फोटो – जिलाधिकारी मनीष कुमार

चम्पावत। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर राज्य में सतत विकास लक्ष्यों (एस.डी.जी.) के आधार पर जिलों के प्रदर्शन की मासिक रैंकिंग व्यवस्था शुरू की गई है। पहली बार की गई जिलाधिकारी मनीष कुमार की कार्य संस्कृति का असर देखने को मिला जिसमें

जनपद चम्पावत ने 96 अंक प्राप्त कर प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल किया है।

नियोजन विभाग के सेंटर फॉर पब्लिक पॉलिसी एंड गुड गवर्नेंस (सी.पी.पी.जी.जी.) द्वारा अप्रैल से अक्टूबर 2025 तक 11 सतत विकास लक्ष्यों से जुड़े 39 संकेतकों के आधार पर यह मूल्यांकन किया गया। रैंकिंग में बागेश्वर (94 अंक) दूसरे और नैनीताल (92 अंक) तीसरे स्थान पर रहा। सी.पी.पी.जी.जी. के विशेष कार्याधिकारी अमित पुनेठा ने बताया कि इस रैंकिंग का उद्देश्य जिलों में विकास कार्यों की निरंतर निगरानी और लक्ष्यों की समयबद्ध प्राप्ति सुनिश्चित करना है। आवश्यकता अनुसार भविष्य में अन्य संकेतकों को भी इसमें शामिल किया जाएगा एस.डी.जी. को लेकर उत्तराखंड की मजबूत पहचान, वर्ष 2030 तक गरीबी, भुखमरी, बीमारी और असमानता मुक्त समाज के लक्ष्य को लेकर उत्तराखंड राज्य में प्रभावी प्रयास किए जा रहे हैं। इन्हीं प्रयासों का परिणाम है कि नीति आयोग द्वारा जारी एस.डी.जी. इंडिया इंडेक्स 2023-24 में उत्तराखंड ने देश में पहला स्थान प्राप्त किया। मुख्यमंत्री ने प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले चम्पावत सहित बेहतर प्रदर्शन करने वाले सभी जिलों को बधाई देते हुए कहा कि जिन संकेतकों में सुधार की आवश्यकता है, उन पर विशेष ध्यान देकर सभी जिले निरंतर बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रयास करें।

 

 

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