रानीखेत। चौबटिया औद्यानिक प्रशिक्षण एवं परीक्षण केंद्र में , केंद्र पोषित मिशन फॉर इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट ऑफ हार्टिकल्चर के तहत तीन दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में कुमाऊं मंडल के अल्मोड़ा, नैनीताल, चम्पावत, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों से आए 20 काश्तकारों ने प्रतिभाग किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ क्षेत्रीय विधायक डॉ. प्रमोद नैनवाल और उद्यान विभाग के अपर निदेशक डॉ. आर. के. सिंह ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर उपनिदेशक वनस्पति जगदीश चंद्र भट्ट ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए पर्वतीय क्षेत्रों में बागवानी विकास की संभावनाओं और तकनीकी पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी।
प्रशिक्षण के दौरान डॉ. गायत्री आलू बीज अधिकारी, ने उद्यान विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी।विशेषज्ञों द्वारा औद्यानिक फसलों में ट्रेनिंग व प्रूनिंग,फसलों में कीट प्रबंधन,पर्वतीय क्षेत्रों में कीवी उत्पादन,मधुमक्खी पालन,फलों की नर्सरी तकनीक, और मशरूम उत्पादन पर विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यक्रम के आयोजकों का कहना है कि इस तरह के प्रशिक्षण से पर्वतीय क्षेत्रों में उन्नत बागवानी तकनीकों को अपनाने में कृषकों को बड़ी सहायता मिलेगी और इससे क्षेत्रीय कृषि अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान होगी।